हम सब कभी न थमनेवाले ब्रह्माण्ड में रहते हैं. यहाँ पर हमेशां सर्जन और विनाश की प्रक्रिया चलती ही रहती हैं. दूसरे शब्दों में कहें तो बदलाव ही ब्रह्माण्ड की मुख्य फितरत हैं. अभी के वक़्त में हम जिस बदलाव की प्रक्रिया से गुजर रहे हैं वह भविष्य में भी लम्बे समय तक चलती ही रहेगी. लेकिन उस वक्त उसे देखने के लिए हम में से कोई मौजूद नहीं होगा. भविष्य की कुछ चीजें ऐसी हैं जो हम अपने जीवनकाल में कभी भी नहीं देख पाएँगे. आइए देखते हैं वोह घटनाएँ कौन सी होगी.
संभवतः हमारे जीवनकाल में, लेकिन निश्चित रूप से अगले 1 लाख सालों के अन्दर Betelgeuse और Eta Carinae जैसे सितारों में सुपरनोवा विस्फोट हो जायेगा जो पृथ्वी पर से दिखाई देगा. इस सुपरनोवा विस्फोट की वजह से आसमान कुछ इस तरह दिखेगा की आसमान में दो सूरज निकले हो. यह सुपरनोवा हजारों प्रकाशवर्ष की दूरी पर होने के बावजूद रात में पूर्णिमा के चाँद से भी ज्यादा रौशनी के साथ चमक उठेंगे. यह इतने प्रकाशित होंगे की दिन में भी दिखाई देंगे.
अभी |
लेकिन आसमान का असली शो तो हमे 3.75 अरब सालों में देखने को मिलेगा. हम जानते हैं की हमारी आकाशगंगा अरबो तारों से बनी हैं. रात के आसमान में अभी आप जितने भी तारें देख पाते हैं वे सब हमारी आकाशगंगा के भीतर हैं. सामनेवाली तस्वीर में जिस चीज़ को एरो से दर्शाया गया हैं वह कोई तारा नहीं हैं. ना ही गैस का कोई बादल हैं या ना ही कोई धूमकेतु हैं.
दो अरब साल बाद |
3.75 अरब साल बाद |
4 अरब साल बाद |
वह एक सम्पूर्ण रूप से अलग आकाशगंगा हैं. जिसका नाम हैं Andromeda
(एंड्रोमेडा) आकाशगंगा. यह आकाशगंगा हमारी आकाशगंगा से 2.5 लाख प्रकाशवर्ष
दूर हैं. इस आकाशगंगा के अन्दर हमारी आकाशगंगा की तुलना में डबल संख्या
में तारें हैं. और यह हमारी तरफ बढ़ रही हैं. यह 300km/s की तेजी से हमारी
आकाशगंगा की ओर बढ़ रही हैं. यह तेजी बन्दूक की गोली की रफ़्तार से भी ज्यादा
हैं. वह पृथ्वी पर से कुछ अरबों सालों तक किस तरह दिखेंगी वह तस्वीरों में दिखाया गया हैं. सात अरब सालों के बाद यह दोनों आकाशगंगाए एकदूसरे के अन्दर समा जाएगी और एक नई विशाल आकाशगंगा की रचना होगी – Milkdromeda.
(एंड्रोमेडा) आकाशगंगा. यह आकाशगंगा हमारी आकाशगंगा से 2.5 लाख प्रकाशवर्ष
दूर हैं. इस आकाशगंगा के अन्दर हमारी आकाशगंगा की तुलना में डबल संख्या
में तारें हैं. और यह हमारी तरफ बढ़ रही हैं. यह 300km/s की तेजी से हमारी
आकाशगंगा की ओर बढ़ रही हैं. यह तेजी बन्दूक की गोली की रफ़्तार से भी ज्यादा
हैं. वह पृथ्वी पर से कुछ अरबों सालों तक किस तरह दिखेंगी वह तस्वीरों में दिखाया गया हैं. सात अरब सालों के बाद यह दोनों आकाशगंगाए एकदूसरे के अन्दर समा जाएगी और एक नई विशाल आकाशगंगा की रचना होगी – Milkdromeda.
7 अरब साल बाद |
अपनी आकाशगंगा को दूसरी आकाशगंगा के साथ टकराते हुए देखना कितनी रोचक बात होती. लेकिन हम यह कभी भी नहीं देख पाएंगे. लेकिन यह सोचकर आपको निराश होने की जरुरत नहीं हैं. उस वक्त के लोगो के पास भले ही सौंदर्य से भरपूर रात्रि के द्रश्य हो लेकिन वे भी हमारे ज़माने में पैदा होने की इच्छा रखते. वास्तव में वे लोग भी बहुत सी चीज़े नहीं देख पाएँगे.
जैसे की हमारा चन्द्रमा हर साल 1 cm प्रतिवर्ष की रफ़्तार से पृथ्वी से दूर जा रहा हैं. 600 लाख सालों में चाँद पृथ्वी से इतना दूर चला जाएगा की वह सूरज को पूरी तरह से नहीं ढक पाएगा. मेरा मतलब सूर्यग्रहण संभव करने लायक दूरी खो देगा. तो उस समय के लोग सूर्यग्रहण जैसी खूबसूरत चीज़ कभी नहीं देख पाएँगे. जो सिर्फ आप ही देख पाएँगे. जैसे जैसे पृथ्वी सूखती जायेगी हमारा Niagara Falls भी सूख जाएगा. 50-100 लाख सालों के अन्दर शनि अपने छल्ले खो देंगा. लेकिन सबसे बड़ी चीज़ जो हम नहीं जान पाएंगे वोह हैं ब्रह्माण्ड का सम्पूर्ण ज्ञान.
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