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Thursday 15 June 2017

आप कितने समय तक बिना सोए रह सकते हैं? Sleep Deprivation In Hindi

नींद की कमी खतरनाक है. इसलिए हमारे शरीर को जरुरी नींद मिलना अतिआवश्यक हैं. लेकिन सैद्धांतिक रूप से आप कितनी देर तक बिना सोए यानि की जागे हुए रह सकते हैं? Sleep Deprivation: How long Can You Go Without Sleep?





क्या किसी मनुष्य को काफी लंबे समय तक जागने पर मजबूर किया जाए तो उसकी मृत्यु हो जाती है? आपके लंबे समय तक न सोने पर आपके दिमाग पर क्या असर होता हैं? चलिए जानते हैं.
अगर आप 78 साल तक जिए हैं तो आपने अपना 25 साल जितना समय सोने के लिए खर्च किया हैं. लेकिन क्या होंगा अगर आप सोते नहीं हैं? लेकिन यह इतना आसान नहीं हैं. आख़िरकार आपका दिमाग आपको सोने के लिए मजबूर ही कर लेंगा. थोड़े ही दिन बीतने के बाद आपकी सोने की इच्छा आपकी खाने की इच्छा से भी प्रबल हो जाएगी. ऐसे समय पर आप माइक्रोस्लीप (Microsleep) कहलानेवाली घटना को महसूस करेंगे. उस वक़्त आपका दिमाग आपको अवगत किये बिना ही आपको कम समय के लिए सोने पर मजबूर करेगा. Microsleep अनिद्रा से ग्रस्त मरीजों में दिखनेवाला एक आम लक्षण है. आपका मस्तिष्क अचानक बंद हो जाता है लेकिन आपकी आँखें खुली रहेगी. इस तरह की नींद कुछ सेकंड के लिए या कुछ मिनटों के लिए ही चलती हैं. Microsleep के दौरान व्यक्ति की आँखे आमतौर पर विस्तृत खुली रहती हैं लेकिन वे बिना कुछ देखे ही ताक रही होंगी. वे एक ऐसी संक्षिप्त अवस्था में चली जाती हैं जहाँ वे किसी भी तरह की बाहरी जानकारी के लिए किसी भी तरह का रिस्पांस नहीं कर पाती.आपने शायद Microsleep को तब अनुभव किया होंगा जब आपने किसी हाईवे पर लंबे समय तक ड्राइव किया होगा. ये वो फीलिंग हैं जब कुछ सेकंड के लिए ब्लेंक हो जाते हैं और आपको लगता हैं की आप समय की छोटी सी अवधि के लिए कहीं खो गए थे, लेकिन आप यह नहीं जान पाते की आप वास्तव में सो गए थे. आपको थोड़ी देर के लिए किसी सपने में चले जाने जैसा अनुभव होता हैं. तो सोचिए की Microsleep की वजह से कितनी सड़क दुर्घटनाए हो ती होंगी.
Sleep Deprivation
लेकिन जब बात नींद लेने के विषय पर आती हैं तब कुछ लोगो के पास कोई भी विकल्प नहीं होता. एक दुर्लभ बीमारी हैं जिसका नाम हैं : Fatal Familial Insomnia (FFI). यह बीमारी लोगो को सोने से रोकती हैं. दुनिया में अबतक सिर्फ 40 परिवार ही इस बीमारी से प्रभावित हैं. यह बीमारी हमारे मस्तिष्क के उस एरिया को नष्ट कर देती हैं, जो यह तय करता हैं की हमें कब सोना हैं. जिसे चेतक कहते हैं. FFI के पीड़ितों में बदतर रूप से उत्तरों-उत्तर अनिद्रा में बढ़ोतरी होती हैं. थोड़े समय के बाद उन्हें चित्तभ्रम होने लगता हैं और मनोभ्रंश के रोगियों की तरह वे पूरी तरह से कंफ्यूज हो जाते हैं, और उसके बाद उनकी मौत हो जाती हैं. इस डरावने रोग के साथ कोई भी मनुष्य सिर्फ अठारह महीने तक ही जिन्दा रह सकता हैं.
 
लेकिन किसी भी नियमित व्यक्ति के लिए नींद की कमी का उसके शरीर पर काफी गंभीर असर पड़ सकता हैं, और कई बार यह असर घातक भी हो सकता हैं. सिर्फ एक ही रात की नींद न ले पाने पर आप सबसे पहले नोटिस करेंगे की आपके संज्ञानात्मक फंक्शन में कमी हो रही हैं. नींद की कमी ध्यान, एकाग्रता, तर्क, समस्या को हल करने की और सिखने की क्षमता को बिगाड़ देती हैं. लेकिन इससे भी डरावनी बात यह हैं की नींद की कमी आपके पूरे दिन की स्मृतियों को ही मिटा सकती हैं. अनिद्रा हृदय रोग, स्ट्रोक, मधुमेह, मोटापा और अवसाद में उल्लेखनीय वृद्धि जैसी बिमारियों से जुड़ा हुआ हैं. नींद आपको युवा दिखाई देने के लिए काफी मददरूप होती हैं. नींद के दौरान वृद्धि करनेवाले वह होर्मोन्स रिलीज होते हैं जो मांस-तंतुओं की मरम्मत करते हैं. जब आपको जरुरी नींद नहीं मिल पाती हैं, विशेष रूप से धीमी गति की नींद, तब आपके शरीर को मरम्मत करने का अवसर नहीं मिल पाटा और आपकी उम्र तेजी से बढती हैं.
 
लेकिन कितनी देर तक आप सैद्धांतिक रूप से जागे रह सकते है? अगर आपको जबरदस्ती से जगाया रखा जाए तो आप कितनी देर तक बिना सोए रह सकते हैं? इसका जवाब हैं लगभग 264 घंटे या 11 दिन. 1947 में सैन डिएगो, कैलिफोर्निया के एक 16 वर्षीय उच्च विद्यालय के छात्र जिनका नाम  रैंडी गार्डनर था, जिनके नाम सबसे लंबे समय तक न सोने का वर्ल्ड रिकॉर्ड था. गार्डनर लगभग 264 घंटे या 11 दिन तक नहीं सोए थे. मौजूदा रिकॉर्ड धारक दक्षिणी इंग्लैंड के टोनी राइट है. वे 266 घंटे तक जागे रहे थे. अब तक जितने भी लोगोने इस रिकॉर्ड को तोड़ने की कोशिश की हैं उनमे से ज्यादातर ने 8 या 10 दिनों का समय लिया हैं. यानी इतना समय हमारे जागे रहने तक की लिमिट हैं. लेकिन अभी तक ऐसा कोई रिकॉर्ड नहीं बना हैं जो की 11 दिनों से ज्यादा का हो.
लेकिन अगर कोई व्यक्ति इस रिकॉर्ड को तोड़ देता हैं तो इसका परिणाम क्या होंगा? क्या वह व्यक्ति मर जाएगा? वैज्ञानिकोंने प्रोयोग के आधार पर ग्यारह दिनों से लंबे समय तक जागनेवाले लोगों के पूरे शरीर में hypermetabolism की जबरदस्त मौजूदगी देखी. यह एक ऐसी अवस्था हैं जिसमे शरीर का अत्यधिक वजन कम हो जाता हैं और अगर कुछ न किया जाए तो मौत भी हो सकती हैं. Hypermetabolism का मुख्य कारण नींद की कमी हैं. लेकिन 11 दिनों से भी ज्यादा समय तक जगने पर सभी लोगों की मौत हो ऐसा जरुरी नहीं हैं. इससे आगे शायद शरीर अनिद्रा की कोई दूसरी अवस्था तक भी पहुँच सकता हैं जिसके बारे में हम अभी कुछ भी जानते नहीं हैं. लेकिन एक बात जरुर जान गए हैं की अगर आपको आपका वजन कम करना हैं तो कम सोइए. लेकिन बहुत कम नहीं.
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